माता जी का फ्लेक्स फाड़ने की झूठी अफवाह हिंदू समाज के वरिष्ठ समाजसेवियों ने किया खंडन
1 min readझाबुआ 30 अगस्त को राजवाड़ा चौक पर लगाए गए फ्लेक्स को उतारे जाने को लेकर नगर में शरारती तत्वों द्वारा हिंदू समाज को आपस में लड़वाने के उद्देश्य से भ्रामक खबर फैलाई गई।
असल में राजवाड़े पर लगाया गया फ्लैट नवरात्रि में बाहर से आने वाले आर्केस्ट्रा रंग म्यूजिकल की टीम का फ्लेक्स था, जिस पर ना तो माता जी का ना ही गणेश जी का चित्र था!
शरारती तत्वों द्वारा नवरात्रि को नवदुर्गा महोत्सव कहकर एवं ‘नवदुर्गा’ का फ्लेक्स फाड़े जाने की झूठी अफवाह फैलाकर हिंदू समाज को आक्रोशित किया गया एवं आपसी वैमनस्य फैलाने का षड्यंत्र किया गया।
वरिष्ठ समाजसेवी एवं राजवाड़ा मित्र मंडल के गोपाल नीमा द्वारा नवरात्रि में बाहर से आने वाली आर्केस्ट्रा की टीम का फोटो राजवाड़ा चौक परिसर में लगाया गया था। हर वर्ष इस स्थान पर माता जी का पोस्टर लगाया जाता था जो कि बिल्डिंग के मालिक राजू शर्मा स्वेच्छा से निर्विरोध लगवाते आए थे।
लेकिन अबकी बार पहली बार किए जा रहे आर्केस्ट्रा के नवाचार को लेकर एक ही समाज के दो लोगों में सहमति-असहमति की स्थिति बनी लेकिन कतिपय असामाजिक तत्वों द्वारा एक ही समाज के लोगों में बन रही सहमति-असहमति की स्थिति को भुनाकर भ्रामक जानकारी फैलाई गई एवं राजवाड़ा नवरात्रि आयोजन समेत प्रतिष्ठित व्यापारी की छवि धूमिल करने की कोशिश की गई।
अगले दिन जिम्मेदारों के बीच हुई समन्वय बैठक में दोनों पक्षों द्वारा भ्रम की स्थिति स्पष्ट करते हुए अफवाहों पर विराम लगाने के साथ उतारा गया फ्लेक्स पुनः यथा स्थान लगाने पर सहमति बनी। फ्लैक्स दोबारा लगाने की जवाबदारी व्यापारी राजू शर्मा स्वयं ही ले चुके थे, लेकिन संगठन द्वारा फ्लेक्स लगाए जाने का भी स्वागत किया गया।