केंद्रीय बैंक मर्यादित झाबुआ में तकनीकी समूह की बैठक में फसल ऋणमान तय
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दिनांक 20 दिसंबर को कलेक्टर तन्वी हुड्डा की अध्यक्षता मे तकनीकी समूह की बैठक सम्पन्न हुई । बैठक में बैंक के महाप्रबंधक आर.एस.वसुनिया द्वारा कृषि ऋण हेतु प्रस्तावित वित्तीय ऋणमानो, फसलो के औसत उत्पादन एवं उत्पादन लागत से अवगत कराया गया । कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग व वैज्ञानिको से विचार विमर्ष पष्चात् सर्वसम्मति से खरीफ 2024 एवं रबी 2024-25 हेतु फसलो के वित्तीय ऋणमान निर्धारित किये गये । आयुक्त सहकारिता एवं पंजीयक संस्थायें म.प्र.भोपाल एवं नाबार्ड के निर्देष अनुसार सदस्यो को निर्धारित मापदण्ड अन्तर्गत अधिकतम केसीसी ऋण रू. 3.00 लाख की सीमा पुनः तय की गई । इसी क्रम मे मधुमक्खी पालन, शहतूत एवं लाख फार्मिंग के वित्तीय ऋणमान भी तय किये गये, साथ ही पषुपालन/मत्स्यपालन व्यवसाय हेतु भी साख सीमा तय की गई एवं मध्यावधि व दीर्घावधि ऋणो के अन्तर्गत पषुपालन/मुर्गीपालन / मत्स्यपालन /बोरवेल/पम्पसेट /सबमर्सिबल पम्प/जनरेटर/फलो की खेती/ ट्रेक्टर आदि की यूनिट कास्ट निर्धारित की गई, तदनुसार सहकारी बैंक सहित राष्ट्रीयकृत बैंको द्वारा ऋण वितरीत किये जायेगे ।
बैठक मे मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रेखा राठोैड, एडीएम एस.एस.मुजाल्दा, उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास झाबुआ नगीन रावत, सहायक संचालक उद्यानिकी नीरज सांवलिया, उप संचालक पषु चिकित्सा डाॅ.विल्सन डावर, परि.संचा.(आत्मा) गौरीषंकर त्रिवेदी, सहायक संचालक मत्स्य दिलीप सोलंकी, उपायुक्त सहकारिता डी.सी.भिडे, डीडीएम नाबार्ड घनष्याम मीणा, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक विजय कष्चप, मैनेजर म.प्र.ग्रामीण बैंक शरद कदम, सचिव कृषि उपज मण्डी एन.एस.मेडा सहित कृषि एवं बैंक के अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित रहे ।