पंजीयन की रविवार को अंतिम तारीख थी – किसानों के लिए रविवार को भी खुलें रहे थे केंद्र- गेहूं व अन्य उपज 543 मिलाकर,अब तक मात्र 5 हजार 884 किसानों ने कराया पंजीयन
समर्थन मूल्य पर उपज विक्रय के लिए पंजीयन प्रक्रिया से किसानों ने इस साल अब तक दूरी बना रखी है। जिले में गत वर्ष 10 हजार 668 किसानों ने पंजीयन करवाया था। जबकि इस साल अब तक मात्र 5 हजार 884 ही पंजीयन हुए है। किसानों ने गत वर्ष की तुलना में 50 फीसदी ही पंजीयन कराया है।
पहुंच गए गेहूं के न्यूनतम दाम 1725 ……………………….
कृषि उपज मंडी में गेहूं के न्यूनतम दाम 1725 पहुंच गए, इसके बाद भी किसानों ने गत वर्ष की तुलना में 50 फीसदी ही पंजीयन कराया है। गेहूं में पंजीयन के लिए किसानों के पास रविवार का अंतिम अवसर था। ऐसे में रविवार को भी पंजीयन के लिए केंद्र खुले रहें थे। चना, सरसों व अन्य उपज विक्रय के लिए 10 मार्च तक का ही पंजीयन के लिए समय था। जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं, चना, सरसों व अन्य उपज विक्रय के लिए शासन ने 5 फरवरी से पंजीयन की प्रक्रिया प्रारंभ की थी,जो 28 फरवरी तक जारी रही थी। तब जिले में मात्र 3 हजार 523 किसानों ने ही अपना पंजीयन करवाया था। अब 5 मार्च तक 5 हजार 341 किसानों ने ही अपना पंजीयन करवाया है।
नहीं दिखाई किसानों ने पंजीयन में रूचि ……………….
किसानों का समर्थन कम मिलने पर शासन ने गेहूं में पंजीयन के लिए किसानों को 5 मार्च व चना, सरसों व अन्य फसलों का समर्थन मूल्य पर विक्रय के लिए पंजीयन कराने का 10 मार्च तक का समय दिया था। गेहूं में पंजीयन के लिए 5 मार्च रविवार तक किसानों के पास अंतिम अवसर था। इधर कृषि उपज मंडी में गेहूं के न्यूनतम दाम 1725 तक पहुंच गए। मॉडल भाव 2200 प्रति क्विंटल तक आ गए है। जबकि एक माह पहले तक न्यूनतम दाम ही 2300 से भी ऊपर चल रहे थे। मंडी में गेहूं के दाम कम होने के बाद भी किसानों ने पंजीयन में रुचि नहीं दिखाई है। जिले में 5 मार्च तक मात्र 5 हजार 341 किसानों ने गेहूं विक्रय के लिए पंजीयन कराया है। जबकि गत वर्ष गेहूं विक्रय के लिए जिले में 10 हजार 668 किसानों ने पंजीयन कराया था। जो वर्तमान के पंजीयन से करीब दोगुना है।
बना रखी है पंजीयन से दूरी …………………..
गेहूं व अन्य उपज 543 मिलाकर,अब तक मात्र 5 हजार 884 किसानों ने पंजीयन कराया है। जबकि गत वर्ष कुल 10 हजार 668 किसानों ने पंजीयन कराया था। किसानों को उम्मीद है कि कृषि मंडी में उन्हें समर्थन मूल्य से अधिक दाम मिल जाएंगे। यही कारण है कि किसानों ने अब तक पंजीयन से दूरी बना रखी है।
अधिकारियों ने किया था निरीक्षण ……….
अधिकारियों ने शनिवार को विभिन्न खरीदी केंद्रों पर पंजीयन कार्य का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान पंजीयन केंद्रों पर किसानों के पंजीयन का कार्य सुचारू रूप से होना पाया गया था। तहसीलदार व एसडीएम ने सेवा सहकारी समितियों में निरीक्षण किया था। खाद्य विभाग से अब तक प्राप्त जानकारी अनुसार जिले में समर्थन मूल्य पर पंजीयन करवाने वाले किसानों की स्थिति 2021-2022 में 13 हजार 179,2022-2023 में 10 हजार 668 व 2023-2024 मे मात्र 5 हजार 884 है।
चना,मसूर, सरसों उपज की तारीख आज आखिरी …………
शासन ने चना,मसूर,सरसों उपज उपार्जन के लिए किसान पंजीयन की अंतिम तारीख 10 मार्च तक कर दी थी। लेकिन गेहूं पंजीयन के लिए किसानों के पास 5 मार्च तक अंतिम अवसर था। ऐसे में रविवार को भी केंद्र खुले रहें। अधिक से अधिक किसान केंद्र पर पहुंचकर पंजीयन करा सकते थें।
संजय जैन की रिपोर्ट
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